05/03/2023

लाल किताब के उपाय - सफलता के लिए

                            

लाल किताब के उपाय - सफलता के लिए


प्रत्येक ग्रह के लिए लक किताब (लाल किताब) के उपाय नीचे दिए गए हैं। ये उपाय (उपाय), उपाय और टोटके केवल तभी किए जाने चाहिए जब संबंधित ग्रह या तो जन्मकुंडली में (खराब परिणाम दे रहा हो खराब हो या लाल किताब वर्षकुंडली (वार्षिक चार्ट) में। इसके दुष्प्रभाव को कम करने के लिए यहां दिए गए उपाय कारगर हैं ग्रह लेकिन लाल किताब के लेखक के अनुसार यदि कोई ग्रह अपने घर (पक्के घर) में हो तो अच्छा है या खराब परिणाम बदले नहीं जा सकते। दूसरे शब्दों में, ऐसे मामलों में उपाय कारगर नहीं होंगे। करने के सभी उपाय हैंसूर्य उदय से सूर्यास्त तक किया जाता है। सभी उपाय (उपाय) एक बार में या एक ही दिन में न करें।

(सूर्य के लिए उपाय) 1- कोई भी जरूरी काम मीठा खाकर और फिर पानी पीकर शुरू करें. 2- दान में कुछ भी स्वीकार न करें. 3- भगवान विष्णु की पूजा करें। 4- किसी नदी के बहते जल में तांबे का सिक्का प्रवाहित करें। 5- वैवाहिक कलह या झगड़ा हो तो कच्चे दूध से आग बुझा दें।


(चंद्रमा के उपाय) 1- मां के पैर छूकर उनका आशीर्वाद लें। 2- अपनी माता से उपहार के रूप में कोई ठोस चांदी प्राप्त करें। 3- 24 वर्ष की आयु में विवाह न करें। 4- अगर आपकी कुंडली में चंद्रमा मेष राशि में है तो दूध और डेयरी उत्पादों का व्यापार न करें। 5- यदि आपकी जन्म कुण्डली में चन्द्रमा वृश्चिक राशि (वृश्चक) में है तो अपने घर के श्मशान घाट से एक जीबीबीबी बोतल में पानी भरकर रखें। जब पानी सूख जाए तो इस प्रक्रिया को दोहराएं। 6- यदि आपकी कुण्डली में चंद्रमा कुम्भ (कुंभ) में है तो भगवान शिव की पूजा करें। "ॐ नमौ शिवाय" मंत्र का जाप करें। 7- रात को सोते समय पानी से भरा गिलास अपने सिरहाने रखें। अगले दिन सुबह इसे किसी कीकर के पेड़ की जड़ में डाल दें।


(मंगल के उपाय) 1- मंगलवार का व्रत रखें और हनुमान जी को सिंदूर का दान करें। 2- किसी नदी के बहते जल में लाल मसूर (मसूर की दाल) या शहद प्रवाहित करें। 3- समय-समय पर अपने भाई की मदद करें। उन्हें परेशान मत करो। 4- अपनी बहन या मौसी या भतीजी को बार-बार लाल वस्त्र दें। (बुध के उपाय) 1- हिजड़ों को हरे रंग की चूड़ियां और कपड़े दें। 2- तांबे का सिक्का जिसमें छेद हो उसे नदी में प्रवाहित करें। 3- गाय को हरा चारा या घास खिलाएं। 4- बकरी का दान करें। 5- ताबीज (ताबिज) ग्रहण या धारण न करें। 6- रोजाना फिटकरी से दांत साफ करें। 7- 100 दिन तक नाक छिदवाएं। 8- तांबे का सिक्का गले में धारण करें। (बृहस्पति गुरु के उपाय) 1- केसर (केसर) का सेवन करें। 2- केसर को सुबह सूर्योदय और स्नान के बाद अपनी नाभि और जीभ पर लगाएं। 3- केसर या हल्दी का लेप अपने माथे पर लगाएं। 4- पीपल के पेड़ को न काटें और न कटवाएं। इसके प्रति सम्मान दिखाएं। 5- पीले कपड़े में थोड़ी केसर, कुछ सोना, कुछ सफेद चने और हल्दी डाल दें। इसे बांध दें और छोटी पोटली को किसी पवित्र स्थान या मंदिर में रख दें। 6- नौ वर्ष से कम उम्र की कन्याओं को भोजन कराएं। 7- गले में ठोस सोना धारण करें। 8- यदि आपकी जन्म कुंडली में गुरु सप्तम भाव में है तो घर में बड़े आकार की देवी-देवताओं की मूर्तियाँ न रखें। 9- किसी पीपल के वृक्ष में 43 दिन तक जल चढ़ाएं। (शुक्र के उपाय) 1- नीले रंग के फूल को 43 दिन तक गंदे पानी या नालियों में फेंक दें। 2- शुक्रवार के दिन इत्र, सुगंध, क्रीम, अगरबत्ती आदि का प्रयोग करें। 3- मां लक्ष्मी की पूजा करें। 4- पवित्र स्थान पर दही, शुद्ध घी और कपूर का दान करें। 5- दान में गाय का दान करें। (शनि के उपाय) 1- 43 दिन तक कौओं को खाना खिलाएं। 2- 43 दिनों तक सुबह सूर्योदय के बाद जमीन (मिट्टी) में सरसों का तेल या शराब डालें। 3- कुत्तों और कौओं को सेंकी हुई रोटी (चपाती) पर सरसों का तेल लगाकर दें। 4- लोहा दान करें।


(राहु ड्रैगन के सिर के उपाय) 1- यदि अशुभ राहु से पीडि़त हो तो जौ या गेहूँ (400 ग्राम) किसी नदी या नहर (प्राकृतिक) में प्रवाहित करें। (पानी साफ और बहता हुआ होना चाहिए)। 2- अपने सफाई कर्मचारी को पकी हुई लाल मसूर की दाल दें या अन्य प्रकार से उसकी मदद करें। 3- जब रसोई में आग जल रही हो तब रसोई में ही भोजन करें। 4-मूली का दान करें। 5 - बहुत अधिक कठिनाइयों और बाधाओं का सामना करने पर कच्चा कोयला (कच्चा कोयला) नदी में फेंक दें। 6- सोते समय अपने सिरहाने के नीचे लाल रंग की छोटी थैली में सौंफ या शक्कर रखें। 7- चांदी की चौकोर थाली अपने पास रखें। 8- पवित्र नदियों या तालाबों में स्नान करें। (केतु ड्रैगन की पूंछ के उपाय) 1- घर में रखें या सफेद और काले रंग के कुत्ते (दो रंग ही) को खिलाएं। 2- कुत्तों को 100 चपाती (पकी हुई रोटी) दें। 3- दान में गाय (दूध देने वाली) और तिल का दान करें। 4- माथे पर केसर का तिलक लगाएं। 5- कान में सोना धारण करना श्रेयस्कर है। 6- सफेद और काले रंग का ऊन का कंबल धार्मिक स्थान या मंदिर में दान करें। 7- गणेश पूजा सहायक होगी।


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